National Teachers’ Eligibility Test
THE NATIONAL COMMISSION FOR INDIAN SYSTEM OF MEDICINE NOTIFICATION
Official Gazette – New Delhi, the 20th December 2023
They shall come into force on the date of their publication in the Official Gazette.
Further, as per law, the implementation of the regulation starts immediately after notification of the regulation. Therefore, after notification of above said regulation every (eligible) person has to pass National Teacher’s Eligibility Test (NTET) before joining as teacher in ISM colleges. NCISM had already started process for preparing for the first NTET in 2024. The date and time for NTET will be declared in due course of time in accordance with above said provision of the NCISM Act, 2020.
Please note, NTET is not applicable for those who have NCISM’s teacher code.
(1) The National Teachers’ Eligibility Test for each discipline of Ayurveda, Siddha, Unani and Sowa-Rigpa of Indian Systems of Medicine shall be conducted by the Commission through designated authority for the postgraduates of each discipline of Indian system of medicine who desire to take up teaching profession. It shall be conducted ordinarily in the month of May every year.
(2) Any person who desires to take up teaching profession for the first time as Assistant Professor, Associate Professor and Professor in Indian System of Medicine who is possessing the requisite age and qualifications as specified in the National Commission for Indian System of Medicine (Minimum Standards of Undergraduate Ayurveda Education) Regulations, 2022; the National Commission for Indian System of Medicine (Minimum Standards of Undergraduate Unani Education) Regulations, 2022; the National Commission for Indian System of Medicine (Minimum Standards of Undergraduate Siddha Education) Regulations, 2022 and the National Commission for Indian System of Medicine (Minimum Standards of Undergraduate Sowa-Rigpa Education) Regulations, 2022; and the postgraduate degree students completed thirty months of Post-graduate Degree program shall be eligible to appear this examination.
(3) Any person having requisite qualifications and age for teacher who is working or has worked in non-teaching profession such as medical officers, research officers and desire to take up teaching profession, shall have to qualify the National Teachers’ Eligibility Test for Indian System of Medicine.
(4) The Teachers’ eligibility so acquired shall be valid for a period of ten years from the date of qualifying National Teachers’ Eligibility Test for Indian System of Medicine and any person fails to join within a period of ten years or break of ten years or more in teaching profession, such persons shall have to qualify once again National Teachers’ Eligibility Test for Indian System of Medicine to join or re-join teaching profession.
(5) The National Teachers’ Eligibility test is to assess teaching aptitude; communication skills; classroom management; teaching, training and assessment technology; student psychology; andragogy; pedagogy or such other as may be specified by the Commission from time to time.
(6) The minimum eligibility criteria for appearing National Teachers’ Eligibility Test for Indian System of Medicine shall be a post-graduate degree holder in a discipline recognized by the Commission or erstwhile Central Council for Indian System of Medicine.
(7) A candidate secured minimum of fifty percent and above shall be declared as qualified in National Teachers’ Eligibility Test for Indian System of Medicine.
(8) The qualified candidates shall be issued ‘Teacher Eligibility’ certificate by the Commission.
National Teachers’ Eligibility Test – Hindi language
भारतीय चिकित्सा पद्धति राष्ट्रीय आयोग अधिसूचना
अधिसूचना – नई दिल्ली, 20 दिसम्बर, 2023
अधिसूचना आधिकारिक राजपत्र में उनके प्रकाशन की तिथि से लागू होंगे।
भारतीय चिकित्सा पद्धति राष्ट्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (1) भारतीय चिकित्सा पद्धति के आयुर्वेद, सिद्ध, यूनानी और सोवा-रिग्पा के प्रत्येक विषय के लिए आयोग द्वारा नामित प्राधिकारी के माध्यम से भारतीय चिकित्सा पद्धति के प्रत्येक विषय के स्नातकोत्तर छात्रों, जो अध्यापन का व्यवसाय अपनाने के इच्छुक हैं, के लिए राष्ट्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा आयोजित की जाएगी। यह सामान्यतः प्रत्येक वर्ष मई के माह में आयोजित की जाएगी।
(2) कोई भी व्यक्ति जो भारतीय चिकित्सा पद्धति में सहायक प्राध्यापक, सह प्राध्यापक और प्राध्यापक के रूप में पहली बार शिक्षण का व्यवसाय अपनाने की इच्छा रखता है, जिसके पास भारतीय चिकित्सा पद्धति राष्ट्रीय आयोग (स्नातकीय आयुर्वेद शिक्षा के न्यूनतम मानक) विनियम, 2022, भारतीय चिकित्सा पद्धति राष्ट्रीय आयोग (स्नातकीय यूनानी शिक्षा के न्यूनतम मानक) विनियम, 2022, भारतीय चिकित्सा पद्धति राष्ट्रीय आयोग (स्रातकीय सिद्ध शिक्षा के न्यूनतम मानक) विनियम, 2022 और भारतीय चिकित्सा पद्धति राष्ट्रीय आयोग (स्नातकीय सोवा-रिग्पा शिक्षा के न्यूनतम मानक) विनियम, 2022 में निर्दिष्ट अपेक्षित आयु और योग्यताएं हैं, स्नातकोत्तर उपाधि कार्यक्रम के तीस माह पूर्ण करने वाले स्नातकोत्तर उपाधि छात्र इस परीक्षा में उपस्थित होने के लिए पात्र होंगे।
(3) शिक्षक के लिए आवश्यक योग्यता और आयु रखने वाला कोई भी व्यक्ति जो चिकित्सा अधिकारी, अनुसंधान अधिकारी जैसे गैर-शिक्षण व्यवसाय में काम कर रहा है या काम कर चुका है और शिक्षण व्यवसाय अपनाने की इच्छा रखता है, उसे भारतीय चिकित्सा पद्धति के लिए राष्ट्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी।
(4) शिक्षक पात्रता भारतीय चिकित्सा पद्धति के लिए राष्ट्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण करने की तिथि से दस वर्ष की अवधि के लिए वैध होगी और कोई भी व्यक्ति दस वर्ष की अवधि के भीतर शामिल होने में विफल रहता है या शिक्षण में दस वर्ष या उससे अधिक का विराम लेता है, ऐसे व्यक्तियों को शिक्षण व्यवसाय में पुनः शामिल होने के लिए भारतीय चिकित्सा पद्धति के लिए एक बार पुनः राष्ट्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी।
(5) राष्ट्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा शिक्षण योग्यता; संचार कौशल; कक्षा प्रबंधन; शिक्षण, प्रशिक्षण और मूल्यांकन प्रौद्योगिकी; छात्र मनोविज्ञान; एंड्रागोगी; शिक्षाशास्त्र या ऐसा अन्य क्षेत्र जिसे समय-समय पर आयोग द्वारा यथा निर्दिष्ट किया जाए, का आकलन करने के लिए है।
(6) भारतीय चिकित्सा पद्धति के लिए राष्ट्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा में शामिल होने के लिए न्यूनतम पात्रता मानदंड आयोग या पूर्ववर्ती केंद्रीय भारतीय चिकित्सा पद्धति परिषद द्वारा मान्यता प्राप्त विषय में स्नातकोत्तर उपाधि धारक होना चाहिए।
(7) भारतीय चिकित्सा पद्धति के लिए राष्ट्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा में न्यूनतम पचास प्रतिशत और उससे अधिक अंक प्राप्त करने वाले उम्मीदवार को योग्य घोषित किया जाएगा।
(8) योग्य उम्मीदवारों को आयोग द्वारा ‘शिक्षक पात्रता’ प्रमाण पत्र जारी किया जाएगा।
Thank you 🙏